मेरी प्यारी पत्नी Meri Pyari Patni Avinash Ranjan Gupta
मेरी प्यारी पत्नी
स्याह से भरी दुनिया में
तेरी सादगी जो देखी
स्याह से भरी दुनिया में
तेरी सादगी जो देखी
दिल को सुकूँ मिला और
जीने की वजह मिली
दिल को सुकूँ मिला और
जीने की वजह मिली
तुझको पा लूँ बस इतनी-सी
खुदा से ख़्वाहिश है
साथ सात जन्मों का हो
इतनी सी गुजारिश है।
इस ज़मीं में इस जहाँ में
तेरा ही सहारा है
कैसे कहूँ तुम बिन मैंने
दिन कैसे गुज़ारा है।
तू ही मेरा यार मेरा
साहिल किनारा है
रब दी सौ तेरे बिन न
दूजा कोई प्यारा है
तू जो आई ढेरों खुशियाँ
संग लेके आई है
रब ने अपनी जोड़ी सच में
जन्नत में बनाई है।
अविनाश रंजन गुप्ता
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