Kuchh To Kar Aisa By Avinash Ranjan Gupta

कुछ तो कर ऐसा
कुछ तो कर ऐसा,
हुआ न पहले हो जैसा।
तू सुन आत्मा की पुकार
तेज़ कर कर्म की तलवार
कर अंदेशों पर वार
चाहे जीत हो हार
गर जानना है तुझको
जीत का स्वाद कैसा?
कुछ तो कर ऐसा,
हुआ न पहले हो जैसा।
हैं शक्तियाँ तुझमें सभी
आगाज कर कर्म का अभी
न सोच आगे होगा क्या?
जीत तेरी होगी तभी
गर जानना है तुझको
नशा जीत का है कैसा?
कुछ तो कर ऐसा,
हुआ न पहले हो जैसा।
गर हारता है तू तो
अनुभव और ज्ञान होगा
और जीतता है तू तो
जग में तेरा नाम होगा।
कुछ तो कर ऐसा,
हुआ न पहले हो जैसा।
                अविनाश रंजन गुप्ता


Comments

Post a Comment