Aalo-Andhari – Baby Haaldaar आलो—आँधारि’ — बेबी हालदार पाठ की पृष्ठभूमि

 

पाठ की पृष्ठभूमि

इस पाठ में एक ऐसी महिला का वर्णन है जो अपने जीवन में तरह-तरह की विषमताओं से गुजरती है। अपने तीन बच्चों समेत वह हर प्रकार की चुनौतियों का सामना करती है। शायद उसके भाग्य में कुछ अच्छा भी लिखा हुआ था जिसके कारण उसकी मुलाक़ात तातुश से होती है और वहाँ से उसके जीवन की दशा और दिशा दोनों में सकारात्मक परिवर्तन आने शुरू हो जाते हैं। सातवीं तक पढ़ी-लिखी बेबी हालदार तातुश और उनके निकट संबंधियों के अनवरत प्रोत्साहन से अपने जीवन की कहानी लिखती है और उसकी यह कहानी प्रकाशित भी होती है जिसकी पाठकों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की।  

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