अ के साथ अन्य स्वर वर्ण
अइना-Aina-पुं०=आईना (दर्पण)।
अइया-Aiya-स्त्री० दे० 'ऐया।
अइसन-Aisan-वि०=ऐसा।
अइसा-Aisa-वि०-ऐसा।
अइह-Aiha-क्रि० वि०=ऐसे।
अउ-Aau-अन्य-और।
अउझ-Aujha-क्रि० वि० औचक ।
अउठा-Autha-पुं० [?] जुलाहों का एक
प्रकार का गज ।
अउत्त-Auttवि० [सं० अयुक्त] जो युक्ति-संगत या ठीक न हो।
अर्थात् अनुचित या अनुपयुक्त। उदा०–अउत होइ घड़ि छोड़ी हो राम ! -नरपति नाल्ह।
अउधू-Audhu-पुं०=अवधूत ।
अउर-Aur-अव्य और।
अउरी-Auri-पद [हिं० अउर और] १. और भी। २. इसके अतिरिक्त या
सिवा।
अउलगना-Aulagana-अ० सं० उल्लंघन] १. उल्लंघन करना। उलाँघना।
२. प्रवास या यात्रा करना।
अउहेर-Auher-स्त्री०=अवहेलना (अवज्ञा)।
अउहेरना-Auherana-अ० [सं० अवहेलन] अवज्ञा या अवहेलना करना।
अऊत-Auutt-वि० [सं० अपुत्र, प्रा०
अउत] [स्त्री० बाऊती] जिसे पुत्र' या संतान न हो। नि:संतान ।
अऊलना-Aulana-अ० औलना। अएरना*-स० [सं० अङ्गीकरण, प्रा० अंगिअरण, हिं• अँगेरना] अङ्गीकार या ग्रहण
करना। स० दे० 'अटेरना।
अकंटक-Ankantak-वि० सं० न० ब०] १. जिसमें काँटे न हों। कंटक-रहित
। २. विघ्न-वाधा आदि से रहित ।
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