डायरी लेखन उदाहरण - 3


दिनांक – 11/01/2020
दिन – शनिवार
समय - 09:30 PM
एक जीवन साथी की तलाश में मैं अपने परिवार के सदस्यों के साथ राँची के लिए जब सुबह 7 बजे घर से निकला तो मन में विचारों की उथल-पुथल चल रही थी। मेरे चेहरे पर हर्ष और विस्मय के हाव-भाव साफ़ झलक रहे थे। जब हम गंतव्य पर पहुँचे तो हमारा बड़ा अच्छा स्वागत हुआ। सब बातचीत करने में व्यस्त थे मुझे भी बीच-बीच में टोका जा रहा था और कुछ खा लेने का निर्देश दिया जा रहा था पर मेरी व्याकुल आँखें उस अनदेखी, अनसुनी चेहरे के आने का इंतज़ार कर रही थीं जो मेरी और मैं उसका जीवन साथी बन सकते हैं। वो आई और बस गई मेरे नज़रों में सदा-सदा के लिए। मुझे लगा कि मेरा इंतज़ार खत्म हुआ और सौभाग्य से उसने भी मुझे पसंद कर लिया। मैंने अपना मोबाइल नंबर पूजा को दे दिया है और इंतज़ार है उसके कॉल का।   
अविनाश रंजन गुप्ता

Comments