बच्चों के लिए ज्ञान
बच्चों के लिए ज्ञान
खड़े-खड़े मत खाना बच्चो !
पड़े-पड़े मत पढ़ना
दोनों काम बैठ
कर होते
ज्यों घोड़े पर चढ़ना
।
हँस-हँस कर मत पीना
पानी
मत हँस-हँस कर खाना।
दोनों में हिचकी
आवेगी
होगा जीभ कटाना ।।
खेल-कूद में छल
मत करना
छलियों में मत
रहना ।
दोनों बदनामी के
घर हैं।
ज्यों चोरी का
गहना ॥
लँगड़े को मत लँगड़ा
कहना
काने को मत काना।
कहलाता है यही जले
पर
जग में नमक लगाना ॥
अपने ही दुख सुख के माफिक
सब का दुख सुख लखना ।
नहीं उचित है कडुआ थू ! कर
मीठा मीठा चखना ।।
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