श-ष-स का क्रम ऐसा ही क्यों है? By Avinash Ranjan Gupta


श-ष-स का क्रम ऐसा ही क्यों है?
क वर्ग कंठ से उच्चरित होने के कारण कंठ्य।
च वर्ग तालु से उच्चरित होने के कारण तालव्य।
ट वर्ग मूर्धा से उच्चरित होने के कारण मूर्धन्य।
त वर्ग दाँतों से उच्चरित होने के कारण दंत्य।
प वर्ग होंठों से उच्चरित होने के कारण औष्ठ्य।
इसलिए क्रमानुसार तालव्य श,मूर्धन्य ष,दंत्य स का क्रम होता है।

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