Shabd, Pad Aur Padbandh Me Antar शब्द, पद, और पदबंध में अंतर By Avinash Ranjan Gupta


शब्द
शब्द दो या दो से अधिक वर्णों के मेल से बने उस समूह को कहते हैं जिसका कोई निर्दिष्ट अर्थ हो, जैसे – पानी
यह शब्द चार वर्णों के मेल से बना है- प्+आ+न्+ई = पानी 
पानी शब्द सुनते या देखते ही हमारे मस्तिष्क में एक ऐसे तरल द्रव्य का चित्र उभरता है जिसे पीकर हम अपनी प्यास बुझाते हैं।

शब्द और अर्थ का संबंध
शब्द और अर्थ का बड़ा ही घनिष्ठ संबंध। जिन शब्दों के अर्थ न हो उसे शब्द की श्रेणी में रखा ही नहीं जा सकता है, जैसे- नीपा ये शब्द भी चार वर्णों न्+ई+प्+आ के संयोग से बना है परंतु इसका कोई अर्थ नहीं अर्थात् इसे सार्थक शब्द नहीं कहा जाएगा।
शब्द के अर्थ का बोध
शब्द के अर्थ का बोध हमें दो प्रकार से होता है पहला आत्म-अनुभव और दूसरा पर-अनुभव से। 
आत्म-अनुभव – जब हम स्वयं किसी चीज़ का अनुभव करते हैं जैसे – चीनी मीठी होती है में मीठी शब्द के अर्थ का बोध हमें स्वयं चीनी चखने से हो जाता है। ठीक इसी प्रकार पानी, गर्मी, धूप इत्यादि
पर-अनुभव -  अर्थ के बोध का अनेक क्षेत्र ऐसा भी होता है जहाँ हमारी पहुँच नहीं होती और हमें अर्थ बोध के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है जैसे हममें से बहुत से लोगों ने जहर नहीं देखा होगा लेकिन हमने दूसरों से यह सुन रखा है कि इसको खाने से मौत हो जाती है। ठीक इसी प्रकार – आत्मा, ईश्वर, मोक्ष इत्यादि शब्दों के अर्थ बोध के लिए हमें दूसरों के अनुभव की ज़रूरत पड़ती है।
पद
पद- शब्द जब वाक्य में प्रयुक्त होकर व्याकरणिक इकाइयों से जुड़ जाते हैं तब वे पद कहलाते हैं और ये पद वाक्य के आंशिक भाव को प्रकट करते हैं।
यहाँ आपके लिए यह जान लेना आवश्यक है कि व्याकरणिक इकाइयाँ होती क्या है?
संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, क्रिया आदि व्याकरणिक बिन्दुओं को ही व्याकरणिक इकाइयाँ कहते हैं।
उदाहरण के लिए एक शब्द है- राजा अब हम इसे वाक्य में प्रयोग करेंगे।
राजा हरिश्चंद्र बहुत बड़े दानवीर थे।
यहाँ राजा शब्द न रहकर पद में बदल चुका है क्योंकि एक तो यह व्याकरणिक इकाइयों से जुड़ गया है और दूसरा यह हरिश्चंद्र की विशेषता बता रहा है कि वे एक राजा थे।
दूसरा वाक्य
भारत के लगभग सभी राजाओं ने राजकुमारी संयुक्ता के स्वयंवर में भाग लिया।
यहाँ राजाओं शब्द भी पद में बदल चुका है क्योंकि यहाँ भी यह व्याकरणिक इकाइयों से जुड़ गया है और दूसरा यह भारत के सभी राजाओं के बारे में बता रहा है।
इसे और स्पष्ट करने के लिए हमें यह जान लेना ज़रूरी है कि यह पद कौन-कौन से व्याकरणिक इकाइयों से अनुशासित हुआ है-
राजाओं – संज्ञा-जातिवाचक, पुल्लिंग, बहुवचन, भाग लिया क्रिया का कर्त्ता
इस प्रक्रिया को पद परिचय कहते हैं।  

पदबंध
पद से बड़ी इकाई को पदबंध कहते हैं या एकाधिक पद को पदबंध कहते हैं।
पदबंध पाँच प्रकार के होते हैं –
संज्ञा पदबंध
सर्वनाम पदबंध
विशेषण पदबंध
क्रिया पदबंध
क्रियाविशेषण पदबंध
इन पाँचों पदबंधों पर हम एक एक  करके विचार करेंगे
संज्ञा पदबंध
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में संज्ञा का काम करे उसे संज्ञा पदबंध कहते हैं इसे पहचानने का तरीका है कौन और क्या लगाकर सवाल बनाए जैसे-
इज़राइल के प्रत्येक नागरिक देशभक्त हैं।
प्रश्न - कौन देशभक्त हैं? 
उत्तर - इज़राइल के प्रत्येक नागरिक
आज बाज़ार मे सस्ते दामों में आम मिल रहे थे।
प्रश्न - सस्ते दामों में क्या मिल रहा था? 
उत्तर – आम

सर्वनाम पदबंध
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में सर्वनाम का काम करे उसे सर्वनाम पदबंध कहते हैं इसे पहचानने का तरीका है कौन और क्या लगाकर सवाल बनाए जैसे-
काम करते-करते वह थक गया।
प्रश्न - काम करते-करते कौन थक गया? 
उत्तर –वह  
दूध में कुछ गिर गया है।
प्रश्न - दूध में क्या गिर गया है? 
उत्तर – कुछ  

विशेषण पदबंध
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में विशेषण काम करे उसे विशेषण पदबंध कहते हैं इसे पहचानने का तरीका है कैसे लगाकर सवाल बनाए जैसे-
इस दुनिया में ईमानदार लोग बहुत कम हैं।
प्रश्न - इस दुनिया में कैसे लोग बहुत कम हैं? 
उत्तर – ईमानदार    
मेहनत से जी चुराने वाले सफल नहीं होते हैं।
प्रश्न – कैसे लोग सफल नहीं होते हैं? 
उत्तर – मेहनत से जी चुराने वाले

क्रिया पदबंध
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में क्रिया काम करे उसे क्रिया पदबंध कहते हैं। इसमें किसी कार्य के होने का बोध होता है जैसे-
बहुत देर हो गई है
बच्चे परीक्षा दे रहे हैं

क्रिया विशेषण पदबंध
वाक्य की जो व्याकरणिक इकाई वाक्य में क्रिया विशेषण काम करे उसे क्रिया विशेषण पदबंध कहते हैं इसे पहचानने का तरीका है कि इसमें क्रिया की विशेषता का बोध होता है इसमें क्रिया के साथ कितना, कहाँ, कैसे और कब आदि लगाकर प्रश्न बनाए जाते हैं, जैसे-
बच्चा बहुत दूर चलते-चलते थक गया।
प्रश्न - बच्चा कितना चलते-चलते थक गया?
उत्तर -  बहुत दूर
दो लड़के खिड़की से बाहर देख रहे हैं।
प्रश्न - दो लड़के कहाँ देख रहे हैं?
उत्तर -  खिड़की से बाहर
गाड़ी बहुत तेज़ चल रही है।
प्रश्न - गाड़ी कैसे चल रही है?
उत्तर -  बहुत तेज़
राजू के बड़े भाई परसों दिल्ली चले गए।
प्रश्न - राजू के बड़े भाई कब दिल्ली चले गए?
उत्तर -  राजू के बड़े भाई परसों
इसके अतिरिक्त रेखांकित पदबंधों के अंतिम शब्द के आधार पर भी हम पदबंध का निर्धारण कर सकते हैं, जैसे-
इज़राइल के प्रत्येक नागरिक देशभक्त हैं।
काम करते-करते वह थक गया।
इस दुनिया में ईमानदार लोग बहुत कम हैं।
बहुत देर हो गई है
दो लड़के खिड़की से बाहर देख रहे हैं।


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