समझिए Please Understand


समझिए
जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का ज़रूर लगा लेना।
और...
जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।
जब भी अपनी ताक़त पर गुरूर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।
और….
जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर ज़रूर दबा देना।



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