ज़िंदगी The Life


ज़िंदगी
बार बार रफ़ू करते रहे जिंदगी की जेबें...
कम्बखत फिर भी, निकल भागे खुशियों के लम्हे !!
ज़िन्दगी में सारा झगड़ा ही...
ख़्वाहिशों का है !!
ना तो किसी को गम चाहिए,
ना ही किसी को कम चाहिए !!
उड़ जाएँगे एक दिन ...,
तस्वीर से रंगों की तरह!
हम वक्त की टहनी पर...,
बैठे हैं परिंदों की तरह !!

बोली बता देती है, इंसान कैसा है!
बहस बता देती है, ज्ञान कैसा है!
घमंड बता देता है, कितना पैसा है !
संस्कार बता देते हैं, परिवार कैसा है !!
ना राज़ है... "ज़िन्दगी",
ना नाराज़ है... "ज़िन्दगी";
बस जो है, वो आज है, ज़िन्दगी!
मिलने को तो हर शख्स,
हमसे बड़ा एहतराम से मिला,
पर जो भी मिला...,
किसी ना किसी काम से मिला !!
खटखटाते रहिए दरवाजा एक दूसरे का...मुलाकातें न सही, आहटें मिलती रहनी चाहिये !!



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