सोच और समझ में अंतर Difference between Thinking and Wisdom
सोच और
समझ में अंतर
- एक
डॉ. चाहता है कि आदमी बीमार हो.!
- वकील
चाहता है कि आदमी झगड़ालू हो.!
- पुलिस
चाहती है कि आदमी जुल्मी हो.!
- ठेकेदार
चाहता है कि आदमी मज़दूर हो.!
- दारू
का ठेकेदार चाहता है कि आदमी शराबी हो.!
- बैंक
चाहता है कि आदमी कर्ज़दार हो.!
- नेता
चाहता है कि आदमी भोला- भाला और अनपढ़ हो.!
- पुजारी
चाहता है कि र आदमी अन्धविश्वास में डूबा रहे.!
- तांत्रिक
चाहता है कि आदमी भूत- प्रेतों से डरता रहे.!
लेकिन
एक शिक्षक ही है, जो हमेशा
चाहता है, कि हर स्त्री-
पुरुष पढ़ा लिखा हो, और जीवन में सफलता प्राप्त करके आगे बढ़े।
जिससे वह स्वयं का, अपने परिवार का, मानव समाज का
और देश का विकास करे।
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