‘यू केन विन’ पुस्तक समीक्षा You Can Win Book Review By Avinash Ranjan Gupta


यू केन विन पुस्तक समीक्षा
यू केन विन
शिव खेड़ा

          शिव खेड़ा का जन्म धनबाद, झारखंड में हुआ। अपने जीवन में ये कार वाशर, बीमा एजेंट और बाद में प्रेरक वक्ता के रूप में उभरकर सामने आए। सन् 1998 में इनकी पहली पुस्तक यू केन विन प्रकाशित हुई। यह पुस्तक व्यक्तित्व के विकास में आमूल-चूल परिवर्तन लाकर सफलता से हमारा परिचय करवाती है।

          यह एक प्रेरक पुस्तक है जिसमें ऐसी विस्मित कर देने वाली घटनाओं का ज़िक्र है जिसे पढ़कर स्वत: ही हमारे अंदर कुछ कर गुज़रने की नवीन स्फूर्ति का संचार हो जाता है।  पुस्तक में अनेक ऐसी व्यावहारिक तकनीक और  सकारात्मकक रवैयों के बारे में बताया गया है, जिसे अगर कोई अपने आचरण में उतारे तो सफलता उससे ज़्यादा दूर नहीं होगी।

          इस पुस्तक को पढ़कर मुझे मेरे जीवन का मकसद मिला।  मैं यह जान गया हूँ कि आदमी अपना भविष्य खुद लिखता है और अपने जीवन को मिसाल बनाकर दूसरों को प्रेरित करता है। 

          इस पुस्तक का श्रेष्ठ अंश मेरे लिए वह है जब मामूली-सा चरवाहा डेविड विशालकाय राक्षस गोलिएथ को यह कहकर धराशायी कार देता है कि यह इतना बड़ा है कि मेरा एक भी वार खाली नहीं जाएगा। और उसके उत्साह को देखकर आम लोगों में भी साहस जुटता है और सभी के प्रहार से राक्षस गोलिएथ काल के गाल में समा जाता है।

          यह पुस्तक हमें हमारी शक्तियों से परिचित करवाती  है ।

समीक्षक : अविनाश रंजन गुप्ता
दिनांक : 12.08.2017

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