पतझड़ में टूटी पत्तियाँ AVEENDRA KELEKAR – PTJHAR ME TOOTI PATTIYAN- GINNI KA SONA N JHEN KI DEN CLASS X 5 MARKS QUESTION ANSWERS


5 Marks Questions

1.    आपके विचार से ऐसे कौन-से मूल्य हैं जो शाश्वत हैंवर्तमान समय में इन मूल्यों की प्रासंगिकता स्पष्ट कीजिए। 
2.    आदर्शवादी और व्यवहारवादियों में क्या अंतर है? गांधीजी इनमें से किस प्रकार के व्यक्ति थे?
3.    लेखक कोटी-सेरेमनीका क्या अनुभव रहा?


5 Marks Answers
1.   हमारे विचार से सत्यअहिंसासमताकर्त्तव्यनिष्ठा और विश्व बंधुत्व आदि ऐसे मूल्य हैं जो शाश्वत हैं। आज समाज में हिंसाआतंकझूठ-बेईमानीवैमनस्यजाति-धर्म के आधार पर भेदभाव और आधिपत्य जमाने की भावना प्रबल होती जा रही हैं। अतः आज ये शाश्वत मूल्य और अधिक प्रासंगिक हो गए हैं। आज ऐसे ही मूल्यों की आवश्यकता है जिससे एक स्वस्थ समाज की स्थापना हो सके।
2.    व्यवहारवादी लोग लाभ-हानि का विचार कर अपनी ही उन्नति करते हैं। जबकि आदर्शवादी स्वयं ऊँचे उठकर लोगों के लिए उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। वास्तव में समाज को मिले शाश्वत मूल्य आदर्शवादियों के द्वारा दिए गए होते हैं। व्यवहारवादी तो समाज को नीचे गिराने का ही कार्य करते हैं। गाँधी जी व्यावहारिक होते हुए भी आदर्शों का परित्याग नहीं करते थे। वे आदर्शों की कीमत जानते थे। इसलिए उन्होंने सदा आदर्शवादी व्यवहार को ही बल दिया।और आदर्श को ऊपर उठाने का प्रयास किया। 
3.   टी-सेरेमनीमें लेखक को चाय तैयार करके प्यालों में डालकर दी गई। प्यालों में एक-दो घूँट से अधिक चाय नहीं थी। उसे करीब डेढ़ घंटे में पीना था। लेखक को शुरू में10-15 मिनट तो अजीब लगा फिर उसके दिमाग की रफ्तार धीमी होने लगी। लेखक को लगा मानो वह अनंतकाल को जी रहा हो। सन्नाटा तक सुनाई देने लगा। अकसर हम या तो बीते दिनों की यादों में उलझे रहते हैं या भविष्य के रंगीन सपनों में किंतु असल में दोनों मिथ्या हैं। चाय पीते-पीते उसके सामने केवल वर्तमान रह गया था। जो अनंतकाल जितना ही विस्तृत था। जीना किसे कहते हैं यह लेखक को उसी दिन मालूम हुआ।

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