Aankhon Me Umeeden Meri By Avinash Ranjan Gupta



आँखों में उम्मीदें मेरी   
आँखों में उम्मीदें मेरी,
दिल में हैं यादें तेरी,
मुझपे तू  कर दे करम,
मुझपे तू  कर दे करम,   
बन जा तू ज़िंदगी मेरी।    
तेरे संग जीना मुझे,  
कहना है बस ये तुझे,
मुझे तू कर दे रहम,
मुझे तू कर दे रहम,
अपना ले अब तू मुझे।     
तेरा रूप ऐसा लगे,  
देखने को सूरज जगे,
मुझ पे तू कर दे करम,
मुझ पे तू कर दे करम,
लग जा तू मेरे गले।  
मुझे तुझमें खुदाई दिखे,  
ख़ुदा न तुझसे ज़ुदाई लिखे,       
मुझपे तू कर दे रहम,
मुझपे तू कर दे रहम,
मेरे संग तू ही दिखे।
                                                        अविनाश रंजन गुप्ता

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