Shbdarth
एक फूल की चाह
सियारामशरण गुप्त
शब्दार्थ
1. संस्कार = Culture
2. अनुयायी = Follower
3. संकेत = इशारा
4. कथा = कहानी
5. सामाजिक = Social
6. करारी चोट = गहरी मार
7. ज्वलंत घटनाओं = Burning incidents
8. जीवंत = Lively
9. पृष्ठभूमि = Background
10. करुणा = दया
11. द्वंद्व = झगड़ा, दो
12. समन्वित = Balanced
13. मरणासन्न = मरने की स्थिति
14. मनोकामना = मन की इच्छा
15. बीड़ा =ज़िम्मेदारी
16. नसीहत = परामर्श
17. सलूक = व्यवहार
18. मार्मिक = हृदय से जुड़ा हुआ
19. सवर्ण = एक वर्ण (रंग) के, सजातीय
20. आराधना = पूजा
21. उद्वेलित - भाव—विह्वल
22. अश्रु—राशियाँ - आँसुओं की झड़ी
23. महामारी - बडे़ स्तर पर फैलनेवाली बीमारी
24. प्रचंड - तीव्र
25. क्षीण — दबी आवाज़, कमज़ोर
26. मृतवत्सा - जिस माँ की संतान मर गई हो
27. रुदन - रोना
28. दुर्दांत - हृदयविदारक, जिसे दबाना या वश में करना कठिन हो
29. नितांत - बिलकुल, अलग, अत्यंत
30. कृश - पतला, कमज़ोर
31. रव - शोर
32. तनु - शरीर
33. ताप—तप्त - ज्वर से पीड़ित
34. शिथिल - कमज़ोर, ढीला
35. अवयव — अंग
36. विह्वल - दुःखी, बेचैन
37. स्वर्ण घन - सुनहले बादल
38. ग्रसना - निगलना
39. तिमिर - अंधकार
40. विस्तीर्ण - फैला हुआ
41. सरसिज - कमल
42. रविकर जाल - सूर्य—किरणों का समूह
43. आमोदित - आनंदपूर्ण
44. अविश्रांत - बिना रुके हुए, लगातार
45. ढिकला - ठेला गया, धकेला गया
46. सिंह पौर - मंदिर का मुख्य द्वार
47. परिधान - वस्त्र
48. शुचिता - पवित्रता
49. कंठ क्षीण होना - रोने के कारण स्वर का क्षीण या कमज़ोर होना
50. प्रभात सजग - हलचल से भरी सुबह
अलस दोपहरी - आलस्य से भरी दोपहरी
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