Shabdarth
तताँरा—वामीरो कथा
लीलाधर मंडलोई
शब्दार्थ
1. प्रसार – फैलाव
2. जनजातियों – tribal
3. सभ्यता – Civilisation
4. किस्से – कहानियाँ
5. गर्व – अभिमान
6. शृंखला — क्रम/कड़ी
7. आदिम — प्रारंभिक
8. विभक्त — बँटा हुआ
9. लोककथा — जन—समाज में प्रचलित कथा
10. आत्मीय — अपना
11. साहसिक कारनामा — साहसपूर्ण कार्य
12. विलक्षण — असाधारण
13. बयार — शीतल—मंद वायु
14. तंद्रा — एकाग्रता
15. चैतन्य — चेतना / सजग
16. विकल — बेचैन / व्याकुल
17. संचार — उत्पन्न होना (भावना का)
18. असंगत — अनुचित
19. सम्मोहित — मुग्ध
20. झुँझलाना — चिढ़ना
21. अन्यमनस्कता — जिसका चित्त कहीं और हो
22. निर्निमेष — जिसमें पलक न झपकी जाए / बिना पलक झपकाए
23. अचंभित — चकित
24. रोमांचित — पुलकित
25. निश्चल — स्थिर
26. अफ़वाह — उड़ती खबर
27. उफनना — उबलना
28. निषेध परंपरा — वह परंपरा जिस पर रोक लगी हो
29. शमन — शांत करना
30. घोंपना — भोंकना
दरार — रेखा की तरह का लंबा छिद्र जो फटने के कारण पड़ जाता है
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