Bhashakarya

भाषाअध्ययन
1 - नीचे दिए गए शब्दों का वाक्य में प्रयोग कीजिए -
व्यावहारिकता, आदर्श, सूझबूझ, विलक्षण, शाश्वत
2 - ‘लाभहानिका विग्रह इस प्रकार होगा - लाभ और हानि
यहाँ द्वंद्व समास है जिसमें दोनों पद प्रधान होते हैं। दोनों पदों के बीच योजक शब्द का लोप करने के लिए योजक चिह्न लगाया जाता है। नीचे दिए गए द्वंद्व समास का विग्रह कीजिए -
(क) मातापिता =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(ख) पापपुण्य =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(ग) सुखदुख =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(घ) रातदिन =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(ङ) अन्नजल =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(च) घरबाहर =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(छ) देशविदेश =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
3 -  नीचे दिए गए विशेषण शब्दों से भाववाचक संज्ञा बनाइए -
(क) सफल =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(ख) विलक्षण =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(ग) व्यावहारिक =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(घ) सजग =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(ङ) आदर्शवादी =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
(च) शुद्ध =  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -  -
4 -  नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित अंश पर ध्यान दीजिए और शब्द के अर्थ को समझिए -
(क) शुद्ध सोना अलग है।
(ख) बहुत रात हो गई अब हमें सोना चाहिए।
ऊपर दिए गए वाक्यों मेंसोनाका क्या अर्थ है? पहले वाक्य मेंसोनाका अर्थ है धातुस्वर्ण। दूसरे
वाक्य मेंसोनाका अर्थ हैसोनानामक क्रिया। अलगअलग संदर्भों में ये शब्द अलग अर्थ देते हैं अथवा
एक शब्द के कई अर्थ होते हैं। ऐसे शब्द अनेकार्थी शब्द कहलाते हैं। नीचे दिए गए शब्दों के भिन्नभिन्न
अर्थ स्पष्ट करने के लिए उनका उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए -
उत्तर, कर, अंक, नग
II 5 -  नीचे दिए गए वाक्यों को संयुक्त वाक्य में बदलकर लिखिए -
(क) 1 - अँगीठी सुलगायी।
2 - उस पर चायदानी रखी।
(ख) 1 - चाय तैयार हुई।
2 - उसने वह प्यालों में भरी।
(ग) 1 - बगल के कमरे से जाकर कुछ बरतन ले आया।
2 - तौलिये से बरतन साफ़ किए।
6 - नीचे दिए गए वाक्यों से मिश्र वाक्य बनाइए -
(क) 1 - चाय पीने की यह एक विधि है।
2 - जापानी में उसे चानोयू कहते हैं।
(ख) 1 - बाहर बेढबसा एक मिट्टी का बरतन था।
2 - उसमें पानी भरा हुआ था।
(ग) 1 - चाय तैयार हुई।
2 - उसने वह प्यालों में भरी।
3 - फिर वे प्याले हमारे सामने रख दिए।








1.
व्यावहारिकता - हमेशा व्यावहारिकता ही काम नहीं आती है। 
आदर्श - आदर्श का पालन करने वाले विरले ही होते हैं। 
विलक्षण - डॉक्टर सी.वी.रामन विलक्षण वैज्ञानिक प्रतिभा के धनी थे। 
शाश्वत - मृत्यु जीवन की शाश्वत सच्चाई है। 
2.
(क) माता-पिता = माता और पिता  
(ख) पाप-पुण्य = पाप और पुण्य  
(ग) सुख-दुख = सुख और दुःख  
(घ) रात-दिन = रात और दिन 
() अन्न-जल = अन्न और जल 
(च) घर-बाहर = घर और बाहर  
(छ) देश-विदेश = देश और विदेश  

3.
(क) सफल = सफलता  
(ख) विलक्षण = विलक्षणता  
(ग) व्यावहारिक = व्यावहारिकता  
(घ) सजग = सजगता 
(ङ) आदर्शवादी = आदर्शवादिता   
(च) शुद्ध = शुद्धता 

4.
उत्तर-प्रश्न का उत्तर जाँच लो। (ज़वाब) 

उत्तर दिशा की तरफ़ मुड़ जाना। (दिशा)  
कर-प्रधानमंत्री के कर-कमलों दवारा 2 अक्तूबर को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की गई। (हाथ)  

अब कर चोरी करने वालों की खैर नहीं हैं। (टैक्स)  

अंक-इस नाटक के तीन अंक है। (भाग) 


इस बार की अर्धवार्षिक परीक्षा में सर्वाधिक अंक लाकर तो तुमने हमारा नाम रोशन कर दिया। (नंबर)  

नग-वाह! इस नग की चमक तो देखो। (चमकीला पत्थर)   

कार में 12 नग सामान किसकेरखें हैं? (सामान)  


5.
(क) अँगीठी सुलगायी और उस पर चायदानी रखी। 
(ख) चाय तैयार हुई और उसने वह प्यालों में भरी। 
(ग) बगल के कमरे से जाकर कुछ बरतन ले आया और उसने तौलिये से बर्तन साफ किए। 

6.
(क) जापानी में इसे चा-नो-यू कहते हैं, जो चाय पीने की एक विधि है। 
(ख) बाहर बेढब-सा एक मिट्टी का बरतन था, जो पानी भरा हुआ था। 
(ग) जैसे ही चाय तैयार हुई वैसे ही उसने प्यालों में भरकर हमारे सामने रख दी। 



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