Bhasha Karya
भाषा—अध्ययन
1. निम्नलिखित
शब्दों के दो—दो पर्यायवाची शब्द लिखिए -
नसीहत
रोष
आज़ादी
राजा
ताज्जुब
2. प्रेमचंद की
भाषा बहुत पैनी और मुहावरेदार है। इसीलिए इनकी कहानियाँ रोचक और प्रभावपूर्ण होती हैं।
इस कहानी में आप देखेंगे
कि हर अनुच्छेद में दो—तीन मुहावरों का प्रयोग किया गया है। उदाहरणतः इन
वाक्यों को देखिए और ध्यान
से पढ़िए -
॰ मेरा जी पढ़ने में बिलकुल
न लगता था। एक घंटा भी किताब लेकर बैठना पहाड़ था।
॰ भाई साहब उपदेश की कला
में निपुण थे। ऐसी—ऐसी लगती बातें कहते, ऐसे—ऐसे सूक्ति बाण चलाते कि मेरे जिगर के टुकड़े—टुकड़े हो जाते और हिम्मत टूट जाती।
॰ वह जानलेवा टाइम—टेबिल, वह आँखफोड़ पुस्तकें, किसी की याद न रहती और भाई साहब को नसीहत और फ़जीहत का अवसर मिल
जाता।
निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों
में प्रयोग कीजिए -
सिर पर नंगी तलवार लटकना
आड़े हाथों लेना
अंधे के हाथ बटेर लगना
लोहे के चने चबाना
दाँतों पसीना आना
ऐरा—गैरा नत्थू खैरा
3. निम्नलिखित
तत्सम, तद्भव, देशी, आगत शब्दों को दिए गए उदाहरणों के आधार पर छाँटकर
लिखिए।
तत्सम तद्भव देशज आगत (अंग्रेज़ी
एवं उर्दू / अरबी—फ़ारसी)
जन्मसिद्ध आँख दाल—भात पोज़ीशन, फ़जीहत
तालीम,
जल्दबाज़ी, पुख्ता, हाशिया, चेष्टा, जमात, हर्फ़, सूक्तिबाण, जानलेवा, आँखफोड़, घुड़कियाँ,
आधिपत्य,
पन्ना, मेला—तमाशा, मसलन, स्पेशल, स्कीम, फटकार, प्रातःकाल, विद्वान, निपुण, भाई साहब,
अवहेलना,
टाइम—टेबिल
4. क्रियाएँ मुख्यतः
दो प्रकार की होती हैं - सकर्मक और अकर्मक।
सकर्मक क्रिया - वाक्य में जिस क्रिया के
प्रयोग में कर्म की अपेक्षा रहती है, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैंजैसे - शीला ने सेब खाया। मोहन पानी
पी रहा है।
अकर्मक क्रिया - वाक्य में जिस क्रिया के
प्रयोग में कर्म की अपेक्षा नहीं होती, उसे अकर्मक क्रिया कहते
हैं जैसे - शीला हँसती है। बच्चा रो
रहा है।
नीचे दिए वाक्यों में कौन—सी क्रिया है - सकर्मक या अकर्मक? लिखिए -
(क) उन्होंने वहीं हाथ पकड़
लिया। ..................................
(ख) फिर चोरों—सा जीवन कटने लगा। ..................................
(ग) शैतान का हाल भी पढ़ा
ही होगा। ..................................
(घ) मैं यह लताड़ सुनकर आँसू
बहाने लगता। ..................................
(ङ) समय की पाबंदी पर एक
निबंध लिखो। ..................................
(च) मैं पीछे—पीछे दौड़ रहा था। ..................................
5. ‘इक’ प्रत्यय लगाकर शब्द बनाइए -
विचार
इतिहास
संसार
दिन
नीति
प्रयोग
अधिकार
1. नसीहत- मशवरा,
सलाह, सीख।
रोष- गुस्सा, क्रोध, क्षोभ।
आजादी- स्वाधीनता, स्वतंत्रता, मुक्ति।
राजा- महीप, भूपति, नृप।
ताजुब्ब- आश्चर्य, अचंभा, अचरज।
2.
मुहावरे
|
वाक्य
|
सिर पर नंगी तलवार लटकना
|
उधार लेने के कारण रोहन के सिर पर हमेशा साहूकार की नंगी तलवार लटकती रहती है
।
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आड़े हाथों लेना
|
पिता ने राम की गलती पर उसे आड़े हाथों लिया।
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अंधे के हाथ बटेर लगना
|
कम पढ़े-लिखे रमेश को इतनी
अच्छी नौकरी का लगना जैसे अंधे के हाथ बटेर का लगना है।
|
लोहे के चने चबाना
|
आजकल के नन्हें-मुन्ने बच्चों
को संभालना और उनके प्रश्नों के उत्तर देना लोहे के चने चबाने की तरह है ।
|
दाँतों पसीना आना
|
गणित के इन सवालों ने तो मेरे दाँतों पसीने निकाल दिए ।
|
ऐरा-गैरा नत्थू खैरा
|
अब तो यही बात हो गई कि कोई भी ऐरा-गैरा आएगा और उपदेश
देने लगेगा ।
|
3.
तत्सम
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तद्भव
|
देशज
|
आगत
|
चेष्टा
सूक्तिबाण
आधिपत्य
मेला
फटकार
प्रात:काल
विद्निपुण
अवहेलना
|
जानलेवा
आँखफोड़
पन्ना
भाईसाहब
|
घुड़कियाँ
|
तालीम
जल्दबाजी
स्पेशल
पुख्ता स्कीम
टाइम-टेबिल
जमात
हर्फ़
तमाशा
मसलन
|
4.
(क) सकर्मक
(ख) सकर्मक
(ग) सकर्मक
(घ) सकर्मक
(ङ) सकर्मक
(च) अकर्मक
5. वैचारिक, ऐतिहासिक, सांसारिक, दैनिक, नैतिक, प्रायोगिक, आधिकारिक
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