Tantaara-Vameero Katha Paath Ke Kuchh Smaraneey Bindu By Avinash Ranjan Gupta
महत्त्वपूर्ण तथ्य
पाठ ‘तताँरा—वामीरो कथा’ के कुछ स्मरणीय बिंदु -
1.
पाठ ‘ तताँरा—वामीरो कथा’ के लेखक लीलाधर मंडलोई हैं।
2.
लिटिल अंदमान पोर्ट ब्लेयर से लगभग सौ किलोमीटर दूर
स्थित है।
3.
निकोबार द्वीपसमूह का पहला प्रमुख द्वीप है कार—निकोबार जो लिटिल अंदमान
से 96 कि.मी. दूर है।
4.
निकोबारियों का विश्वास है कि प्राचीन काल में ये
दोनों द्वीप एक ही थे।
5.
इनके विभक्त होने की एक लोककथा जिसे ‘ तताँरा—वामीरो कथा’ के नाम से जाना जाता है।
6.
तताँरा ‘पासा’ गाँव का था और वामीरो
‘लपाती’ गाँव की।
7.
तताँरा एक सुंदर और शक्तिशाली युवक था। निकोबारी उसे
बेहद प्रेम करते थे। तताँरा एक नेक और मददगार व्यक्ति था। सदैव दूसरों की सहायता
के लिए तत्पर रहता। अपने गाँववालों की ही नहीं, अपितु समूचे
द्वीपवासियों की सेवा करना अपना परम कर्तव्य समझता था। उसके इस त्याग की वजह से वह
चर्चित था।
8.
तताँरा पारंपरिक पोशाक के साथ वह अपनी कमर में सदैव
एक लकड़ी की तलवार बाँधे रहता। लोगों का मत था, बावजूद लकड़ी की होने
पर, उस तलवार में अद्भुत दैवीय शक्ति थी।
9.
तताँरा वामीरो को पहली बार शाम के समय समुद्र के
किनारे गीत गाते हुए देखता है और उससे प्रेम करने लगता है।
10.
तताँरा वामीरो के प्रेम की भनक लपाती गाँव के लोगों
को लग जाती है और पशु पर्व के दिन वामीरो की माँ तताँरा की बहुत बेइज्जती करती है।
11.
जब तताँरा को कोई राह न सूझी तो अपने क्रोध का शमन
करने के लिए उसने अपनी लकड़ी की तलवार में शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे
खींचने लगा। वह तलवार को अपनी तरफ़ खींचते—खींचते दूर तक पहुँच
गया। अचानक जहाँ तक लकीर खिंच गई थी, वहाँ एक दरार होने
लगी और कार—निकोबार और लिटिल
अंदमान दो टुकड़ों में बँट गया।
12.
निकोबारी इस घटना के बाद
दूसरे गाँवों में भी आपसी वैवाहिक संबंध करने लगे। तताँरा—वामीरो की त्यागमयी मृत्यु शायद इसी सुखद परिवर्तन के
लिए थी।
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