Bade Bhai Sahab Paath ke Kuchh Smarneey bindu By Avinash Ranjan Gupta
महत्त्वपूर्ण तथ्य
पाठ ‘बड़े भाई साहब’ के कुछ स्मरणीय बिंदु -
1.
पाठ ‘ बड़े भाई साहब ’ के लेखक प्रेमचंद हैं।
2.
यह पाठ तत्कालीन समाज में व्याप्त प्रचलित शिक्षा व्यवस्था पर करारा चोट
करती है।
3.
इसमें मैकालियन शिक्षा पद्धति का घोर विरोध हुआ है।
4.
पाठ में ऐसा माना जाता है कि इस प्रकार की शिक्षा
व्यवस्था से केवल कलर्क ही बना जा सकता है। सृजनात्मकता और आत्मोन्नति इस शिक्षा
व्यवस्था की भेंट चढ़ गए हैं।
5.
इस पाठ में बड़ा भाई समझदार और अनुभवी तो हैं पर वे
आदर्शवाद की परिपाटी पर चलते-चलते अपना बहुत बड़ा नुकसान कर बैठते हैं।
6.
इस पाठ में छोटा भाई ज़हीन तो हैं परंतु अपना समय आत्मोन्नति में व्यय
करने की अपेक्षा खेल-कूद में व्यय करता है।
7.
बड़ा भाई अपने छोटे भाई को विभिन्न उदाहरणों से अपनी
कक्षा के कठिन पाठ्यक्रम का वर्णन करत है।
8.
छोटे भाई की सफलता पर भी वह उसे नसीहत देना नहीं
छोड़ता। ।
9.
बड़े भाई के अनुसार
किताबी ज्ञान से कहीं अधिक महत्त्व सांसारिक ज्ञान का होता है जिसका उदाहरण वह
अपने दादा,
अपनी माँ और अपने हेडमास्टर साहब की बूढ़ी माँ के द्वारा देता है।
10.
बड़े भाई साहब में भी खेल-कूद के प्रति तीव्र इच्छा थी
पर अपने छोटे भाई के लिए आदर्श रूप में रहने के कारण वे अपनी खेल-कूद की इच्छा की
तिलांजलि दे देते हैं।
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