Tum Kab Jaoge, Atithi Paath Ka Bhasha Karya By Avinash Ranjan Gupta
वाक्यांशों के लिए एक
शब्द
1.
अतिथि =
जिसके
आने की कोई तिथि न हो
2.
आर्थिक = धन से संबंधित
3.
अप्रत्याशित = जिसकी
आशा न हो
4.
मार्मिक = मर्म (हृदय)
को छूने वाला
विलोम शब्द
1.
विगत # गत
2.
उच्च # निम्न
3.
सम्मान # असम्मान
4.
समूल # निर्मूल
अनेकार्थी शब्द
1.
चरण = छंद, पैर
2.
लगन = शादी, मन की एक अवस्था
3.
मूल = जड़, मुख्य
4.
मगर = किन्तु, मगमच्छ
5. पन्ना = पृष्ठ(Page),
रत्न
उपसर्ग एवं प्रत्यय
उपसर्ग
1.
सम्- संभावना
2.
वि – विगत, विश्वास
3.
निर् – निर्मूल
4.
अ- अतिथि,
अज्ञान, अप्रत्याशित, अदृश्य
5.
आ – आगमन, आशंका
6.
निस् – निस्संकोच
7.
सा – सादर
8.
अनु – अनुमान
9.
स्व – स्वरूप
10.
स – सपरिवार
11.
उप – उपवास
प्रत्यय
1.
एँ– तारीख़ें
2.
इत – आंकित,रूपांतरित, परिचित, सुरक्षित
3.
ता – नम्रता, देवता, सहनशीलता
4.
ई – निजी।
लंबी, आखिरी, रिश्तेदारी, नौकरी, फ़िल्मी
5.
आहट - मुसकराहट
6.
इक – आर्थिक, मार्मिक, औपचारिक
7.
दार – शानदार
8.
प्य – सामीप्य
9.
पन – अकेलापन
10.
कर – पड़कर, धुलकर, दिखाकर
11.
इका – पत्रिका
12.
आन – ढलान
13.
वाली – पड़नेवाली
14.
आई – महँगाई, विदाई
15.
त्व – देवत्व, व्यक्तित्व
16.
कार – गोलाकार
17.
मान – गुंजायमान
18.
पूर्ण – सम्मानपूर्ण
19.
इम – अंतिम
पर्यायवाची
1.
चरण -
पद,
पाँव, पैर
2.
अतिथि - पाहुन, अभ्यागत, मेहमान
3.
पत्नी - भार्या,
सहचारिणी, सीता
4.
सुबह - प्रत्युष, प्रभात, उषाकाल
5.
राक्षस - दानव, निशाचर,
दुष्ट
6.
दोस्त - मित्र, सखा, बंधु
7. घर - आलय, निकेतन, सदन
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