Tantara-Vameero Katha Paath Ka Shabdarth By Avinash Ranjan Gupta
तताँरा—वामीरो कथा
लीलाधर मंडलोई
शब्दार्थ
1.
प्रसार – फैलाव
2.
जनजातियों – tribal
3.
सभ्यता
– Civilisation
4.
किस्से
– कहानियाँ
5.
गर्व
– अभिमान
6.
शृंखला — क्रम/कड़ी
7.
आदिम — प्रारंभिक
8.
विभक्त — बँटा हुआ
9.
लोककथा — जन—समाज में प्रचलित कथा
10.
आत्मीय — अपना
11.
साहसिक कारनामा — साहसपूर्ण कार्य
12.
विलक्षण — असाधारण
13.
बयार — शीतल—मंद वायु
14.
तंद्रा — एकाग्रता
15.
चैतन्य — चेतना / सजग
16.
विकल — बेचैन / व्याकुल
17.
संचार — उत्पन्न होना (भावना का)
18.
असंगत — अनुचित
19.
सम्मोहित — मुग्ध
20.
झुँझलाना — चिढ़ना
21.
अन्यमनस्कता — जिसका चित्त कहीं और हो
22.
निर्निमेष — जिसमें पलक न झपकी जाए / बिना पलक झपकाए
23.
अचंभित — चकित
24.
रोमांचित — पुलकित
25.
निश्चल — स्थिर
26.
अफ़वाह — उड़ती खबर
27.
उफनना — उबलना
28.
निषेध परंपरा — वह परंपरा जिस पर रोक लगी हो
29.
शमन — शांत करना
30.
घोंपना — भोंकना
दरार — रेखा की तरह का लंबा छिद्र जो फटने के कारण
पड़ जाता है
Comments
Post a Comment