Everest Meri Shikhar Yatra Paath Ka Shabdarth By Avinash Ranjan Gupta
एवरेस्ट
: मेरी शिखर यात्रा
बचेंद्री पाल
शब्दार्थ
1.
गौरव – Glory
2.
बी. एड. – Bachelor of Education
3.
एम.ए. – Master of Arts
4.
प्रिंसिपल – प्राचार्य
5.
संतान = औलाद
6.
असमर्थ – incapable
7.
विषम – विपरीत
8.
उकसाता – provoke
9.
नाज़ुक – fragile
10.
बहरहाल – हालाँकि
11.
ट्रेनिंग – प्रशिक्षण
12.
प्रयाण – चढ़ाई
13.
रोमांचक – Adventures
14.
विवरण – detail
15.
कलमबद्ध – लिखना
16.
लोमहर्षक – अत्यंत सुख देने वाला
17.
ब्योरा – report
18.
शिखर – summit
19.
अभियान — चढ़ाई (आगे बढ़ना), किसी काम के लिए प्रतिबद्धता
20.
दुर्गम — जहाँ पहुँचना कठिन हो, कठिन मार्ग
21.
हिमपात — बर्फ़ का गिरना
22.
आकर्षित — मुग्ध होना, आकृष्ट होना
23.
अवसाद — उदासी
24.
ग्लेशियर — बर्फ़ की नदी
25.
अनियमित — नियम विरुद्ध, जिसका कोई नियम न हो
26.
आशाजनक — आशा उत्पन्न करनेवाला
27.
भौंचक्की — हैरान
28.
अव्यवस्थित — व्यवस्थाहीन, जिसमें कोई व्यवस्था न हो
29.
प्रवास — यात्रा में रहना
30.
हिम—विदर — दरार, तरेड़
31.
आरोही — ऊपर चढ़नेवाला
32.
विख्यात — मशहूर, प्रसिद्ध
33.
अभियांत्रिकी — तकनीकी
34.
नौसिखिया — नया सीखनेवाला
35.
विशालकाय पुंज — बड़े आकार के बर्फ़ के टुकड़े (ढेर)
36.
पर्वतारोही — पर्वत पर चढ़नेवाला
37.
आरोहण — चढ़ना, ऊपर की ओर जाना
38.
कर्मठता — काम में कुशलता, कर्म के प्रति निष्ठा
39.
उपस्कर — आरोही की आवश्यक सामग्री
40.
शंकु — नोक
41.
उपलब्धि — प्राप्ति
जोखिम — खतरा
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