Dhool Paath Ka Shabdarth By Avinash Ranjan Gupta
धूल
रामविलास शर्मा
शब्दार्थ
1.
खरादा हुआ — सुडौल और चिकना बनाया हुआ
2.
ज़िक्र चर्चा–
3.
आविष्कार खोज–
4.
रेणु — धूल
5.
शृंगार — सजावट
6.
पार्थिवता — पृथ्वी से संबंधित, मिट्टी संबंधी
7.
अभिजात — कुलीन
8.
प्रसाधन सामग्री — शृंगार की सामग्री
9.
गोधूलि — सायंकाल जंगल से लौटते समय गायों के खुर से उड़ती हुई धूलि
10.
संसर्ग — संपर्क
11.
कनिया — गोद
12.
विज्ञापित — सूचित
13.
लरिकान — बच्चे
14.
नौबत — हालत
15.
सिझाई — पकाई हुई
16.
निर्द्वंद्व — जहाँ कोई द्वंद्व न हो, जिसका कोई विरोधी न हो
17.
असारता — साररहित, जिसका कोई सार न हो
18.
सूक्ष्मबोध — बातों की गहराई को समझने की क्षमता
19.
अमराइयों — आम के बाग
20.
नक्षत्र पथ — नक्षत्रों का मार्ग
21.
विडंबना — छलना, विसंगति
22.
बाटे — हिस्से
23.
नीच को धूरि समान — धूल के समान तुच्छ कौन है
24.
यूलिसिस — होमर के महाकाव्य ‘ओडेसी’ का एक प्रमुख पात्र जो कठिनाइयों संघर्ष करनेवाले व्यक्ति का प्रतीक बन गया है
25.
प्रवास — परदेश वास
26.
इथाका — यूनान का एक स्थान
27.
यूक्रैन — एक देश
28.
व्यंजना — शब्द की वह वृत्ति या शक्ति जिससे उसके सामान्य अर्थ को
छोड़कर किसी विशेष अर्थ का बोध होता है
29.
असूया — ईर्ष्या
30.
छायावादी दर्शन — प्रकृति और सृष्टि के रहस्यों को अति
गूढ़ भावों में व्यंजित करना
31.
संदिग्ध — जिसमें संदेह हो
कांति — चमक
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