Dharm Ki Aad Paath Ka Bhasha Karya By Avinash Ranjan Gupta
मुहावरे
1.
उबल पड़ना – नाराज़ होना
2.
दिल में बैठना
– विश्वास होना
3.
लकीर पीटना – पुरानी प्रथा पर चलना
4.
आकाश से बातें
करना – कल्पना करना
5.
मोटे पड़ना – धनी होना
6.
गरीबों को चूसना – शोषण करना
7.
प्राणों की बाज़ी खेलना – प्राण दाव पर लगाना
8.
टाँग अड़ाना – रुकावट डालना
9.
बात ले उड़ना – बात न समझे कार्य करना
10.
जड़ उखाड़ना - समूल नष्ट करना
वाक्यांशों के लिए एक
शब्द
1.
दैनिक –
प्रतिदिन
होने वाला
2.
नास्तिक – ईश्वर में विश्वास न रखने वाला
3.
साप्ताहिक –
सप्ताह
में होने वाला
विलोम शब्द
1.
साधारण # असाधारण
2.
दोष # गुण
3.
मूर्ख # विद्वान
4.
दुरुपयोग # सदुपयोग
5.
सुगम # दुर्गम
6.
फायदा # नुकसान
7.
पाश्चात्य # पूर्व
8.
धनी # निर्धन
9.
सदा # यदा-कदा
10.
धनाढ्य # धनहीन
11.
पाप # पुण्य
12.
सदाचार # दुराचार
13.
आज़ाद # गुलाम
14.
नास्तिक # आस्तिक
15.
पवित्र # अपवित्र
अनेकार्थी शब्द
1.
उबलना = नाराज़ होना, ताप से पानी का उबलना
2.
जान = प्राण, जानना
3.
काम = कार्य, विलास
4.
मोटा = अमीर, तंदरुस्त
5.
फल = परिणाम, आम आदि फल
उपसर्ग एवं प्रत्यय
उपसर्ग
1. दुर् = दुरुपयोग
2.
सु = सुगम
3.
प्र = प्रयत्न, प्रकार, प्रपंच
4.
अ = अनियंत्रित, अपवित्र
5.
नि: - निस्संदेह
6.
बे = बेईमानी
प्रत्यय
7. यों – बुराइयों
8.
इत – नियंत्रित, स्थापित
9.
आक – चालाक
10.
ई – धनी, ज़बरदस्ती, मज़हबी,आज़ादी, बेईमानी
11.
इक – धार्मिक, नास्तिक
12.
ता – दृढ़ता, स्वाधीनता
13.
याँ– दुहाइयाँ
14.
त्व – नेतृत्व, मनुष्यत्व, ईश्वरत्व
15.
एँ – अट्टालिकाएँ
16.
आई – बड़ाई
17.
दार – दीनदार
18.
कर – सूखकर
पर्यायवाची
1.
मूर्ख - हतबुद्धि, भोंदू,
बौड़म,
2.
पवित्र - पावन, विमल, शुचि
3.
ईश्वर - आदिपुरुष, गुणातीत,
अज्ञेय
4.
आचार्य - शिक्षक, विद्वान, मर्मज्ञ
पशु - चतुष्पद, जानवर
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