Ab KAhan Doosaron Ke Dukh Se Dukhi Hone Waale Paath Ka Shabdarth By Avinash Ranjan Gupta
अब कहाँ दूसरों के दुख से दुखी होने
वाले
निदा
फ़ाज़ली
शब्दार्थ
1.
साठोत्तरी = साठ से
अधिक (Sexagenarian)
2.
महारत =
सिद्धहस्त (Mastery)
3.
हासिल = प्राप्त
4.
लफ़्ज़ =
शब्द
5.
कुदरत = प्रकृति
6.
तमाम =
सारा
7.
अजीम = महान
8.
करिश्मा =
चमत्कार
9.
जागीर = संपत्ति
10.
दरबदर =
दरवाजे दरवाजे
11.
नतीजा = परिणाम
12.
नस्ल =
प्रजाति
13.
आशियाना = घोंसला , घर
14.
गनीमत =
संतोष की बात
15.
बेदखल = निकाल देना
16.
परहेज = Prevention
17.
आलम = स्थिति
18.
मंशा =
इच्छा
19.
यकीन = विश्वास
20.
बादशाह =
सम्राट
21.
हाकिम = मालिक
22.
लश्कर =
सेना
23.
फौज = सेना
24.
मुहब्बत =
प्रेम
25.
ईश्वर = भगवान
26.
दुआ =
विनती
27.
मंजिल = लक्ष्य
28.
जिक्र =
चर्चा
29.
कौर = निवाला , Morsel
30.
बाजू =
बाँह
31.
च्योंटा = चींटी
32.
पावन =
पवित्र
33.
नूह = प्रलय में बच
जाने वाला पैगंबर
34.
पैगंबर = Prophet
35.
दुत्कार = घृणापूर्वक
दूर करना
36.
इस्लाम =
एक धर्म
37.
मर्जी = इच्छा
38.
वजूद =
अस्तित्व
39.
हिस्सेदारी =
भागीदारी
40.
दालान =
आँगन
41.
आबादी = जनसंख्या
42.
प्रदूषण = Pollution
43.
ज़लज़ला = प्रलय
44.
सैलाब =
बाढ़
45.
नमूना = Sample
46.
सैलानी =
पर्यटक
47.
नज़ारा = दृश्य
48.
काबिल =
योग्य
49.
बावजूद = के बाद भी
50.
बददुआ =
अभिशाप
51.
दरिया = नदी
52.
सलाम =
नमस्कार
53.
अज़ीज़ = प्रिय
54.
मज़ार =
दरगाह
55.
अज़ान = प्रार्थना
56.
गुनाह =
दोष
57.
मुआफ = माफी
58.
खामोश =
शांत
59.
आशियाना = घोंसला, घर
मचान = थोड़ी ऊँची जगह
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