शुक्र है शिक्षक हूँ Shukra Hai Shixak Hoon


शुक्र है शिक्षक हूँ
शुक्र है शिक्षक हूँ कुछ और नहीं...
नेता नहीं, एक्टर नहीं, रिश्वतखोर नहीं,
शुक्र है शिक्षक हूँ , कुछ और नहीं...
न मैं स्पाइसजेट में घूमने वाला गरीब हूँ,
न मैं किसी पार्टी के करीब हूँ...
कभी राष्ट्रीयता की बहस में मैं पड़ता नहीं...
मैं जन-धन का लूटेरा या टैक्स चोर नहीं,
शुक्र है शिक्षक हूँ कुछ और नहीं...
मेरे पास मैडल नहीं वापस लौटाने को,
नकली आँसू भी नहीं बेवजह बहाने को...
न झूठे वादे हैं, न वादा खिलाफी है,
कुछ देर चैन से सो लूँ इतना ही काफी है...
बेशक खामोश हूँ, मगर कमज़ोर नहीं,
शुक्र है शिक्षक हूँ कुछ और नहीं..
मैं और सड़क एक जैसे कहलाते हैं
क्योंकि हम दोनों वहीं रहते है
लेकिन सबको मंजिल तक पहुँचाते हैं,
रोज़ वही कक्षा, वही बच्चे, पर होता मैं कभी बोर नहीं,
शुक्र है शिक्षक हूँ ... कुछ और नहीं.
                             संकलित



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