Chapter -4 Dayari Ke Panne – Anne Frank डायरी के पन्ने ऐन फ्रैंक महत्त्वपूर्ण तथ्य Important Facts By Avinash Ranjan Gupta


महत्त्वपूर्ण तथ्य

पाठ  डायरी के पन्ने के कुछ स्मरणीय बिंदु 
1.     पाठ  डायरी के पन्ने  के लेखक  ऐन फ्रैंक  हैं।
2.     डायरी के पन्ने पाठ की लेखिका ऐन फ्रैंक  निम्नलिखित विशेषताएँ  हैं-
-        प्रतिभाशाली – 13 वर्ष की उम्र में डायरी लिखना वो इतनी संजीदगी से। तर्क करने की प्रखर शक्ति।  
-        परिपक्व – यह उसके परिपक्व सोच का परिणाम था कि वो अपने भावों को डायरी में लिखती हैं। पीटर के प्रति अपने अंतरंग भावों को उसके सामने प्रकट नहीं करती।
-        सहनशील  – तभी तो वो मिसेज वान दान और मिस्टर डसेल की बातों को सह लेती है।       
3.     इस पाठ में उस दौर का लेखा-जोखा है जब द्वितीय विश्वयुद्ध चल रहा था और ऐन फ्रैंक का परिवार जर्मन तानाशाह एडोल्फ़ हीटलर के कोप से बचने के लिए वे अज्ञातवास में चले जाते हैं।          
4.     नारी संबंधी विचारों को लेकर ऐन फ्रैंक के विचार काफी उम्दा हैं-
-        युद्ध में लड़ने वाले वीर को जितनी तकलीफ़पीड़ाबीमारी और यंत्रणा से गुज़रना पड़ता हैउससे कहीं अधिक तकलीफ़ औरतें बच्चे को जन्म देते समय झेलती हैं।
-        जब बच्चा जनने के बाद उसका शरीर अपना आकर्षण खो देता है तो उसे एक तरफ़ धकिया दिया जाता है।
-        वृद्धावस्था में उसके बच्चे उसे छोड़ देते हैं।
-        उनको उनका अधिकार मिलना ही चाहिए।
-        शिक्षाकाम तथा प्रगति ने औरतों की आँखें खोली हैं तथा उन्हें स्वावलंबन का पाठ सिखाया है।          

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