तताँरा-वामीरो कथा TANTAARA-VAMEERO KATHA 2 MARKS QUESTIONS ANSWERS


2 Marks Questions
1.  गाँव  और  परिवार  वाले  तताँरा  और  वामीरो  के  संबंध  के  विरुद्ध  क्यों थे ?
2.  पशुपर्व में तताँरा का मन क्यों नहीं लग रहा था?
3.  वामीरो तताँरा के प्रति क्यों आकर्षित हुई?
4.  तताँरा-वामीरो की मृत्यु का क्या परिणाम हुआ?
5.  प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति-प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन किए जाते थे ?
6.  अथक परिश्रम करने के बाद तताँरा कहाँ गया? वहाँ के प्राकृतिक सौन्दर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए
7.  तताँरा की तलवार के विषय में लोगों का क्या कहना था?
8.  वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से क्या जबाब दिया?
9.  वामीरो से मिलाने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?

2 Marks Answers
1.      तताँरा और वामीरो के गाँव की परम्परा थी कि विवाह संबंध गाँव के ही युवक-युवती के बीच ही हो सकते थे, अन्य किसी गाँव में नहीं। तताँरा पासा गाँव का था और वामीरो लपाती गाँव की थी। अतः परम्परा के अनुसार उनका विवाह नहीं हो सकता था। इसी कारण से तताँरा और वामीरो के परिवार वाले उनके संबंध के विरुद्ध थे।
2.      तताँरा के गाँव में पशुपर्व का आयोजन हुआ था। जिसमें खेल-कूद, वीरता-प्रदर्शन, नृत्य-संगीत, भोजन आदि के विभिन्न कार्यक्रम हो रहे थे। तताँरा को वामीरो की प्रतीक्षा थी। उसकी आँखें वामीरो को ढूँढ रही थीं। इसलिए उसका मन पशु पर्व में नहीं लग रहा था।
3.      तताँरा एक सुन्दर और बलिष्ठ युवक था वह द्वीप वासियों की सहायता सदैव ही करता था। इतना लोकप्रिय और साहसी होते हुए भी वामीरो के सम्मुख वह बहुत शांत, सभ्य और भोले युवक के रूप में आया। उसकी याचना में सच्चा प्रेम और तड़प थी इसलिए वामीरो तताँरा के प्रति आकर्षित हुई।
4.      तताँरा और वामीरो के गाँव की परम्परा थी कि वैवाहिक संबंध गाँव के बाहर नहीं हो सकते। तताँरा और वामीरो एक दूसरे से प्रेम करते थे परंतु इस परम्परा के कारण उनका विवाह नहीं हो पा रहा था। अपने अपमान से क्षुब्ध होकर तताँरा ने अपनी लकड़ी की तलवार धरती में घोंप दी जिससे द्वीप दो भागों में विभक्त हो गया और तताँरा समुद्र में डूब गया। बाद में वामीरो की भी मृत्यु हो गई। उनकी इस त्यागमयी मृत्यु के पश्चात गाँव से बाहर दूसरे गाँव में भी वैवाहिक संबंध होने लगे।
5.      प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति-प्रदर्शन के लिए विभिन्न मेलों का आयोजन करते थे। जिनमें कुश्ती, दंगल पशुओं से लड़ना आदि गतिविधियों का आयोजन होता था। इसके अतिरिक्त मनोरंजन के लिए नृत्य-संगीत, नौटंकी, तमाशा आदि का आयोजन किया जाता था।
6.      अथक परिश्रम करने के बाद तताँरा समुद्र किनारे टहलने गया। उस समय समुद्र से लगे क्षितिज पर सूर्यास्त होने वाला था। सुंदर-तट पर ठंडी हवा चल रही थी।पक्षियों की चहचहाहट शनैः शनैः मंद होती जा रही थी। सूरज की अंतिम रंग-बिरंगी किरणें समुद्री बालू पर पड़कर अनुपम सौन्दर्य उत्पन्न कर रही थीं।

7.      तताँरा की तलवार लकड़ी की थी तताँरा सदा उसे कमर में बाँधे रहता था। किसी ने उसे कभी तलवार का प्रयोग करते नहीं देखा था परंतु लोगों का मानना था कि उस तलवार में अद्भुत दैवीय शक्ति विद्यमान थी।
8.      जब तताँरा ने वामीरो से गाना पूरा करने के लिए कहा तो वामीरो ने उसे बेरुखी से जबाब दिया कि पहले बताओ कि मुझसे ऐसा असंगत प्रश्न करने वाले तुम हो कौन ? क्या तुम्हें नहीं पता कि अपने गाँव के अलावा किसी और गाँव के युवक के प्रश्नों का उत्तर देने के लिए मैं बाध्य नहीं हूँ।
9.      वामीरो से मिलाने के बाद तताँरा के शांत जीवन में हलचल मच गई। वह बेचैन हो उठा। उसके लिए प्रतीक्षा के पल काटने कठिन हो गए। उसे दिन उबाऊ महसूस होने लगा। प्रतीक्षा का पल-पल उसे पहाड़ सा प्रतीत होने लगा और जब वामीरो उससे मिलने पहुँची तो वह कुछ बोल नहीं पाया ...निशब्द रह गया।

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