Bhasha Karya

भाषा—अध्ययन
1. निम्नलिखित वाक्यों के सामने दिए कोष्ठक में (􀀹) का चिह्न लगाकर बताएँ कि वह वाक्य किस प्रकार का है -
(क) निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ख) तुमने एकाएक इतना मधुर गाना अधूरा क्यों छोड़ दिया? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ग) वामीरो की माँ क्रोध में उफन उठी। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(घ) क्या तुम्हें गाँव का नियम नहीं मालूम? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ङ) वाह! कितना सुंदर नाम है। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(च) मैं तुम्हारा रास्ता छोड़ दूँगा। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
2. निम्नलिखित मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए -
(क) सुधबुध खोना
(ख) बाट जोहना
(ग) खुशी का ठिकाना न रहना
(घ) आग बबूला होना
(ङ) आवाज़ उठाना
3. नीचे दिए गए शब्दों में से मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए -
शब्द मूल शब्द प्रत्यय
चर्चित .................. ..................
साहसिक .................. ..................
छटपटाहट .................. ..................
शब्दहीन .................. ..................
4. नीचे दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए -
.................... + आकर्षक - ....................
.................... + ज्ञात - ....................
.................... + कोमल - ....................
.................... + होश - ....................
.................... + घटना - ....................
5. निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार परिवर्तित कीजिए -
(क) जीवन में पहली बार मैं इस तरह विचलित हुआ हूँ। (मिश्र वाक्य)
(ख) फिर तेज़ कदमों से चलती हुई तताँरा के सामने आकर ठिठक गई। (संयुक्त वाक्य)
(ग) वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ़ दौड़ी। (सरल वाक्य)
(घ) तताँरा को देखकर वह फूटकर रोने लगी। (संयुक्त वाक्य)
(ङ) रीति के अनुसार दोनों को एक ही गाँव का होना आवश्यक था। (मिश्र वाक्य)
6. नीचे दिए गए वाक्य पढ़िए तथा औरशब्द के विभिन्न प्रयोगों पर ध्यान दीजिए -
(क) पास में सुंदर और शक्तिशाली युवक रहा करता था। (दो पदों को जोड़ना)
(ख) वह कुछ और सोचने लगी। (अन्यके अर्थ में)
(ग) एक आकृति कुछ साफ़ हुई... कुछ और... कुछ और... (क्रमशः धीरेधीरे के अर्थ में)
(घ) अचानक वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ़ दौड़ गई। (दो उपवाक्यों को जोड़ने के अर्थ में)
(ङ) वामीरो का दुख उसे और गहरा कर रहा था। (अधिकताके अर्थ में)
(च) उसने थोड़ा और करीब जाकर पहचानने की चेष्टा की। (निकटताके अर्थ में)
7. नीचे दिए गए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए -
भय
मधुर
सभ्य
मूक
तरल
उपस्थिति
सुखद।
8. नीचे दिए गए शब्दों के दोदो पर्यायवाची शब्द लिखिए -
समुद्र
आँख
दिन
अँधेरा
मुक्त
9. नीचे दिए गए शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए -
किंकर्तव्यविमूढ़
विह्वल
भयाकुल
याचक
आकंठ।
10. ‘किसी तरह आँचरहित एक ठंडा और ऊबाऊ दिन गुज़रने लगावाक्य में दिन के लिए किनकिन विशेषणों
का प्रयोग किया गया है? आप दिन के लिए कोई तीन विशेषण और सुझाइए।
11. इस पाठ में देखनाक्रिया के कई रूप आए हैं – ‘देखनाके इन विभिन्न शब्दप्रयोगों में क्या अंतर है?
वाक्यप्रयोग द्वारा स्पष्ट कीजिए।
आँखें केंद्रित करना
निर्निमेष ताकना नज़र पड़ना
देखना
निहारना ताकना
घूरना
इसी प्रकार बोलनाक्रिया के विभिन्न शब्दप्रयोग बताइए
बोलना
12. नीचे दिए गए वाक्यों को पढ़िए -
(क) श्याम का बड़ा भाई रमेश कल आया था। (संज्ञा पदबंध)
(ख) सुनीता परिश्रमी और होशियार लड़की है। (विशेषण पदबंध)
(ग) अरुणिमा धीरेधीरे चलते हुए वहाँ जा पहुँची। (क्रिया विशेषण पदबंध)
(घ) आयुष सुरभि का चुटकुला सुनकर हँसता रहा। (क्रिया पदबंध)
ऊपर दिए गए वाक्य (क) में रेखांकित अंश में कई पद हैं जो एक पद संज्ञा का काम कर रहे हैं। वाक्य  (ख) में तीन पद मिलकर विशेषण पद का काम कर रहे हैं। वाक्य (ग) और (घ) में कई पद मिलकर क्रमशः क्रिया विशेषण और क्रिया का काम कर रहे हैं।
ध्वनियों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं और वाक्य में प्रयुक्त शब्द पदकहलाता है जैसे - पेड़ों पर पक्षी चहचहा रहे थे।वाक्य में पेड़ोंशब्द पद है क्योंकि इसमें अनेक व्याकरणिक बिंदु जुड़ जाते हैं। कई पदों के योग से बने वाक्यांश को जो एक ही पद का काम करता है, पदबंध कहते हैं। पदबंध वाक्य का एक अंश होता है।
पदबंध मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं -
॰ संज्ञा पदबंध
॰ क्रिया पदबंध
॰ विशेषण पदबंध
॰ क्रियाविशेषण पदबंध
वाक्यों के रेखांकित पदबंधों का प्रकार बताइए -
(क) उसकी कल्पना में वह एक अद्भुत साहसी युवक था।
(ख) तताँरा को मानो कुछ होश आया।
(ग) वह भागाभागा वहाँ पहुँच जाता।
(घ) तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।
(ङ) उसकी व्याकुल आँखें वामीरो को ढूँढ़ने में व्यस्त थीं।


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