Prashn 2

2 -निम्नलिखित अंशों की व्याख्या कीजिए -
(क)   दुनिया में बादशाह है सो है वह भी आदमी
       और मुफ़लिसगदा है सो है वो भी आदमी
(ख)  अशराफ़ और कमीने से ले शाह ता वज़ीर
       ये आदमी ही करते हैं सब कारे दिलपज़ीर


1.  प्रस्तुत पंक्तियों में कवि आदमी के भिन्न-भिन्न रूपों पर प्रकाश डालते हुए कह रहे हैं कि इस दुनिया में तरह-तरह के आदमी हैं। जो आवाम का बादशाह बना बैठा है वह भी आदमी है और उसके पास दुनिया भर की दौलत एशों-आराम हैं। दूसरी तरफ़ जो बिलकुल गरीब और भिखारी हैं वे भी आदमी ही हैं। ।


2.  कवि अपनी इन पंक्तियों में इंसानों की फिदरत  का ज़िक्र करते हुए कह रहे हैं कि इस दुनिया में कुछ आदमी शरीफ भी हैं और कुछ अव्वल दर्ज़े के कमीने भी। बादशाह से लेकर मंत्री तक सारे मनमाने काम करने वाले आदमी ही हैं। इनके कृत्य कभी सराहनीय होते हैं और कभी निंदनीय। । 

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