Prashn 2

लिखित
(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
1 - कीचड़ के प्रति किसी को सहानुभूति क्यों नहीं होती?
2 - ज़मीन ठोस होने पर उस पर किनके पदचिह्न अंकित होते हैं?
3 - मनुष्य को क्या भान होता जिससे वह कीचड़ का तिरस्कार न करता?
4 - पहाड़ लुप्त कर देनेवाले कीचड़ की क्या विशेषता है?
1.     कीचड़ के प्रति किसी को सहानुभूति नहीं होती क्योंकि लोग केवल ऊपरी शोभा को ही देखते हैं। वे स्थिरता के साथ विचार नहीं करते और यह मान बैठते  हैं कि कीचड़ गंदा है इससे शरीर और कपड़े गंदे होते हैं। कोई भी कीचड़ की उपकारिता को नहीं देखता।    
2.      ज़मीन ठोस होने पर उस पर बगुले, गाय, बैल, पाड़े, भेड़े तथा बकरियों के पदचिह्न अंकित होते हैं । ये पदचिह्न बहुत ही सुंदर प्रतीत होते हैं।
3.     मनुष्य जिस अन्न का खाकर जीवित रहता है यह अन्न कीचड़ में से ही पैदा होता है इसका जाग्रत भान यदि हर एक मनुष्य को होता तो वह कभी कीचड़ का तिरस्कार न करता।
4.     पहाड़ लुप्त कर देने वाली कीचड़ की यह विशेषता है कि गंगा नदी या सिंधु नदी के किनारे या फिर खंभात में मही  नदी के मुख से आगे जहाँ तक नज़र पहुँचे वहाँ तक सर्वत्र सनातन कीचड़ ही देखने को मिलेगा।

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